अब बात उनसे होती है , जिन्हे बात करने का लहज़ा आता है।

जो खुद गलत है, उनसे डर रहे हो जनाब बड़ी गलती कर रहे हो।

गलत बोलने के लिए अगर मुँह खुल सकता है , फिर गलत सुनने के लिए आपके कान क्यू बंद है।

नींद से इतना भी प्यार ना करो , कि मंज़िल भी ख्वाब बन जाए।

कुछ लोग इतना रंग बदलते है , कि उनका असल चेहरा ही नज़र नहीं आता।

मेरी पसंद पे नाराज है मेरा खुदा, कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं।

ज़ख़्म दे कर ना पूछ मेरे दर्द की शिद्दत, दर्द तो फिर दर्द है क्या कम क्या ज्यादा।

बड़ी हसरत थी कोई हमे टूट कर चाहे, पर हम ही टूट गए किसी को चाहते चाहते।

हमारे भी अपने बहुत थे इस दुनिया मेँ, फिर इश्क हुआ और हम लावारिस हो गए।